गणपति बाप्पा की सूंड में छिपे है राज, इस दिशा की सूंड वाली मूर्ति चमकाती है किस्मत (Ganpati Bappa Ki Sund Me Chhipe Hain Raaj,) - Traditional
GaanaGao2 year ago 1093गणपति बाप्पा की सूंड में छिपे है राज हिंदी में ||
आज के article में हम आपको भगवान गणेश (Lord Ganesha) की सूंड (trunk) के बारे में बताएंगे कि उनकी सूंड (trunk) किस तरफ होनी चाहिए। क्योंकि जब भी हम गणपति जी (Ganapati ji) की मूर्ति को अपने घर में लाते हैं तो हमारे मन में यही प्रश्न रहता है कि Lord Ganesha की मूर्ति में सूंड किस ओर हो।
यह बात तो सभी जानते हैं कि किसी भी काम को शुरू करने से पहले भगवान गणेश (Lord Ganesha) की पूजा की जाती है, यानी ज्ञान और बुद्धि के देवता भगवान गणेश सभी देवताओं में सबसे पहले पूजे जाते हैं। ये हैं ऐसे देवता जो जीवन को हर संदर्भ में शुभता की दिशा देते हैं। अक्सर उनकी मूर्ति को लेकर सवाल उठता है कि उनकी सूंड किस तरफ होनी चाहिए।
जब भी लोग उनकी मूर्ति को अपने घर में लगाते हैं, तो सभी के मन में यह सवाल आता है कि सूंड किस तरफ होनी चाहिए, क्योंकि उनकी मूर्ति सही दिशा में होने के कारण भगवान रास्ते में आने वाली हर बाधा को दूर कर देते हैं। ऐसा माना जाता है कि सीधी सूंड वाले भगवान गणेश दुर्लभ हैं। भगवान गणेश को वक्रतुंडा कहा जाता है क्योंकि उनकी सूंड एक तरफ झुकी होती है। भगवान गणेश का वक्रतुंड रूप भी दो प्रकार का होता है। कुछ मूर्तियों में, गणेश की सूंड बाईं ओर और कुछ में दाईं ओर मुड़ी हुई है। गणपति जी की बायीं सूंड में चंद्रमा का प्रभाव और दाहिनी ओर सूर्य का प्रभाव माना जाता है। वहीं वास्तु के अनुसार दिशा उनकी मूर्ति को रखने के लिए निर्धारित होती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-
दाहिनी सूंड गणेश
वास्तु के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि दाईं ओर घूमती सूंड वाले गणेश बहुत जिद्दी होते हैं। कहा जाता है कि घर और ऑफिस में ऐसी तस्वीर न ही लगाएं तो बेहतर है। अगर किसी कारणवश इनकी स्थापना करनी पड़ती है तो कई धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करना पड़ता है, इसलिए ऐसी मूर्तियों को मंदिरों में स्थापित कर उनकी पूजा की जाती है। ऐसे गणेश जी की उपासना विघ्नों के नाश, शत्रुओं की पराजय, विजय प्राप्ति, उग्र और शक्ति प्रदर्शन के लिए फलदायी मानी जाती है।
बायां सूंड गणेश
सिंहासन पर विराजमान गणेशजी की सूंड बाईं ओर मुड़ी हुई है, उन्हें पूजा घर में रखना चाहिए। इनकी पूजा से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। वास्तु के अनुसार ईनको रखने के लिए मंदिर का ईशान कोण सही है। इस मूर्ति की स्थापना के बाद स्थायी कार्यों के लिए इसकी पूजा की जाती है। जैसे शिक्षा, धन प्राप्ति, व्यवसाय, प्रगति, संतान सुख, विवाह, सृजन कार्य और पारिवारिक सुख। घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर लगाना भी शुभ होता है।
सीधी सूंड वाले गणेश
कहा जाता है कि सीधी सूंड वाली मूर्ति की पूजा रिद्धि-सिद्धि, कुंडलिनी जागरण, मोक्ष, समाधि आदि के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है।
Ganpati Bappa Ki Sund Me Chhipe Hain Raaj in English
In today's article, we will tell you about the trunk of Lord Ganesha, on which side his trunk should be. Because whenever we bring the idol of Ganapati ji to our house, then the question remains in our mind on which side should the trunk be in the idol of Lord Ganesha.
It is known to all that before starting any work, Lord Ganesha is worshiped, that is, Lord Ganesha, the god of knowledge and wisdom, is worshiped first among all the gods. These are the gods who give the direction of auspiciousness to life in every context. Often the question arises about his idol, on which side his trunk should be.
Whenever people put his idol in their house, then the question comes in everyone's mind on which side the trunk should be, because due to his idol being in the right direction, God removes every obstacle in the way. It is believed that Lord Ganesha with a straight trunk is rare. Lord Ganesha is called Vakratunda because his trunk is tilted to one side. The Vakratunda form of Lord Ganesha is also of two types. In some idols, the trunk of Ganesha is turned to the left and in some to the right. In the left trunk of Ganapati ji, the influence of the Moon and on the right side of the Sun is believed. At the same time, according to Vastu, the director is determined to keep his idol. Let us know about it in detail-
Right trunk Ganesh
According to Vastu, it is believed that Ganesha with the trunk rotating to the right is very stubborn. It is said that it is better not to put such pictures at home and in the office. If for some reason they have to be established, then many religious rituals have to be followed, so such idols are installed in temples and worshiped. Worship of such Ganesha is considered fruitful for destruction of obstacles, defeat of enemies, attainment of victory, fierce and powerful.
Left trunk ganesha
The trunk of Ganesha, who is seated on the throne, is turned towards the left, he should be kept in the house of worship. Their worship brings happiness, peace and prosperity in the house. According to Vastu, the Northeast angle of the temple is right to keep them. After the installation of this idol, it is worshiped for permanent works. Such as education, wealth, business, progress, child happiness, marriage, creation work and family happiness. It is also auspicious to place an idol or picture of Ganesh ji at the main entrance of the house.
Ganesh with straight trunk
It is said that the worship of an idol with a straight trunk is considered best for Riddhi-Siddhi, Kundalini awakening, Moksha, Samadhi etc.
Singer - Traditional