हनुमान जी की महिमा - Prem Prakash Dubey


M:-    जय श्री राम भक्तो केशरी नंदन हनुमान जी की कथा का आइये भाव और श्रद्धा से गुणगान करते है 
श्री हनुमान जी की महिमा का यशगान करे है जय सियाराम

M:-        सूरज निगल गए उछल के जान के फल लाल 
 सूरज निगल गए उछल के जान के फल लाल 
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
यह दृश्य देख सारे देव हो गए निढाल 
यह दृश्य देख सारे देव हो गए निढाल 
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान 

M:-    प्रेमीजनों तीनो लोक में हाहकार मच गया ये देख के आइये हनुमान जी की कथा को आगे बढ़ाते है 
शिवजी का रूद्र रूप ले धरती पे आये तुम 
केसरी और पवन देव के आत्मज कहाये तुम 
माँ अंजनी के गर्भ से साकार हो गए 
माता पिता वा कुल  के प्राणाधार 
करने लगे बचपन से चमत्कार और धमाल 
करने लगे बचपन से चमत्कार और धमाल 
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान 

M:-        श्री हनुमान जी भगवान् श्री राम के हर कार्य में सहायक बने 
सीता की खोज में भटक रहे थे जब श्री राम 
उनके सहाई बन के आये हो तुम उनके काम 
सुग्रीव से मिला के भला दोनों का किया 
कपिदल के साथ मिलके तुमने खोज ली सिया 
उड़ कर सहज ही लांघ गए सिंधु अति विशाल 
उड़ कर सहज ही लांघ गए सिंधु अति विशाल     
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान 

M:-        सो जोजन का समुदंर पार करके हनुमान जी जा लंका पहुंचे 
तब बड़ा बढ़िया दृश्य देखिये भक्तो 
मुठिका से मार लंकनी लंका में आ गए 
कर मेल विभीषण से पता सिया का पा गए 
चढ़ के पेड़ पे उनको सूना दी राम कहानी
दे दी सिया को मुद्रिका श्री राम निसानी 
लंका जला के रक्षको को कर दिया बेहाल 
लंका जला के रक्षको को कर दिया बेहाल 
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान

M:-    श्री हनुमान जी हनुमान गति से सो जोजन का समुन्द्र पार कर माँ को मुद्रिका दिए और माता की चूड़ामणि राम जी को 
ला चूड़ामणि सिया से राम जी को दिखाए 
कर के सिया की खोज राम दूत कहाये 
नल नील के संग मिल के सेतु बंध बनाया 
श्री राम के हर काम को आसान कराया 
खल दैत्यों राक्षसो पे बन के टूट पड़े काल 
खल दैत्यों राक्षसो पे बन के टूट पड़े काल 
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान

M:-        प्रेमीजनों लक्ष्मण बचे श्री राम के बिना और बूटी मिले ना हनुमान के बिना 
शक्ति लगी लखन को तो संजीवनी लाये 
फिर धार बन के तुमने उनके प्राण बचाये 
लंका विजय में राम जी का साथ निभाया 
तुमने ही सीता राम को दुबारा मिलाया 
करतव तुम्हारे देख राम जी भी है निहाल 
करतव तुम्हारे देख राम जी भी है निहाल 
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान

M:-    भक्तो भगवान् राम लक्ष्मण जब नाग पास में बंधे हनुमान जी गरुड़ जी को ले के आये वहां 
श्री राम लखन बंध गए जब नाग पास में 
ले आये गरुड़ जी को तुम उड़ के आकाश में 
कर विनती गरुड़ जी ने नाग पास कटाया 
मूर्छा से राम और लखन को मुक्त कराया 
निज बुद्धि से काटा वो रावण का माया जाल   
निज बुद्धि से काटा वो रावण का माया जाल   
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान

M:-    प्रेमीजनों राम लक्ष्मण को अहिरावण से छुड़ाने के लिए हनुमान जी पंचमुखी रूप धारण किये 
श्री राम लखन का हरण अहिरावण ने किया 
तब पंचमुखी रूप तुमने सहज धर लिया
संघार अहिरावण का किया उसके दल के साथ 
एक और जान लेवा बाला से बचे रघुनाथ 
श्री राम लखन को लिया पाताल से निकाल 
श्री राम लखन को लिया पाताल से निकाल 
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान

M:-    भक्तजनो राम जी के दरबार में सीना फाड़ के हनुमान जी ने सीता राम जी का दर्शन करा के अपनी भक्ति का प्रमाण दिया 
श्री राम के दरवार में चौका दिया सबको 
सीने को फाड़ दिखा दिया सबको 
श्री राम की सेवा में रात दिन लगे रहे 
श्री राम भक्ति रस में हर घड़ी पगे रहे 
श्री राम पूजा में तत्पर रहे हर हाल 
श्री राम पूजा में तत्पर रहे हर हाल 
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान

M:-    प्रेमीजनों को नहीं जानत है जग में कपि संकट मोचन नाम तिहारो ऐसे हनुमान जी है 
देवो के सारे काम बनाने वाले हनुमान 
हम दासो पे भक्तो पे भी दे दो प्रभु ध्यान 
जीवन हमारा बीते प्रभु शांति सुख के साथ 
हम याचको की माथ पर भी हाथ रखो नाथ 
हमको दुखी ना कर सके मद माया का जंजाल 
हमको दुखी ना कर सके मद माया का जंजाल 
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान

M:-        प्रेमीजनों श्री हनुमान जी बल बुद्धि विद्या भक्ति और शक्ति में अग्रगण्य है 
बल बुद्धि विद्या भक्ति शक्ति ज्ञान गुण के धाम 
यश प्रेम से गाये तुम्हे सत सत करे प्रणाम
हे मारुतिनंदन पवन पुत्र हे हनुमान 
हम दीं हीं भक्तो का करिये प्रभु कल्याण 
यश कृति सुख बढ़ाओ प्रभु बिगड़ी दो संभाल 
यश कृति सुख बढ़ाओ प्रभु बिगड़ी दो संभाल 
माँ अंजनी के लाल तुमने कर दिया कमाल 
कोरस :-     संकटमोचन कृपानिधान मारुती नंदन जय हनुमान -2    

Singer - Prem Prakash Dubey