हनुमान मंत्र- मनोजवं मारुततुल्यवेगं (Hanuman Mantra- Manojavam Marutulyavegam) - Traditional
GaanaGao1 year ago 833हनुमान मंत्र- मनोजवं मारुततुल्यवेगं संस्कृत में (Hanuman Mantra- Manojavam Marutulyavegam in sanskrit)
मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतम् शरणं प्रपद्ये।।- रामरक्षास्तोत्रम् 23
अर्थात : जिनकी मन के समान गति और वायु के समान वेग है, जो परम जितेन्दिय और बुद्धिमानों में श्रेष्ठ हैं, उन पवनपुत्र वानरों में प्रमुख श्रीरामदूत की मैं शरण लेता हूं। कलियुग में हनुमानजी की भक्ति से बढ़कर किसी अन्य की भक्ति में शक्ति नहीं है।
हनुमान जी का अमृत भजन: श्री हनुमान अमृतवाणी
रामरक्षा स्तोत्र से लिए गए हनुमानजी के प्रति शरणागत होने के लिए इस श्लोक या मंत्र का जप करने से हनुमानजी तुरंत ही साधक की याचना सुन लेते हैं और वे उनको अपनी शरण में ले लेते हैं।
जो व्यक्ति हनुमानजी का प्रतिदिन ध्यान करते रहते हैं, हनुमानजी उनकी बुद्धि से क्रोध को हटाकर बल का संचार कर देते हैं। हनुमान भक्त शांत चित्त, निर्भीक और समझदार बन जाता है।
हनुमान मंत्र- मनोजवं मारुततुल्यवेगं अंग्रेजी में (Hanuman Mantra- Manojavam Marutulyavegam in english)
Manojvam Maruttulyvegam Jitendriyam Buddhimatan Seniorim.
Vaatatmajam vanarayuthmukhyam shriramdootam sharanam prapadye..- Ramrakshastotram 23
Means: I take refuge in Shri Ramdoot, the chief among the monkeys, the son of wind, who has the speed of the mind and the speed of the wind, who is the best among the supreme Jitendiya and intelligent. In Kaliyug, there is no more power in the devotion of any other than the devotion of Hanumanji.
Amrit Bhajan of Hanuman ji: Shree Hanuman Amritwani
By chanting this shloka or mantra to surrender to Hanumanji taken from Ramraksha Stotra, Hanumanji immediately listens to the prayer of the seeker and takes him in his shelter.
The person who keeps on meditating on Hanumanji everyday, Hanumanji removes anger from his intellect and transmits strength. Hanuman devotee becomes calm minded, fearless and sensible.
और भी मनमोहक भजन, आरती, मंत्र, वंदना, चालीसा, स्तुति :-
- सांवली सूरत पे मोहन
- मेरा भोला ना माने
- राधे राधे बोल बरसाने में डोल
- क्या मांगू मैं भोले तुमसे
- अरे द्वारपालो कन्हैया से कहदो
- जपे जा तू बन्दे, सुबह और शाम
- मैं जोगी जटाधारी
- भोले तेरे दीवाने
- नाम है तेरा तारण हारा
- भोले बोले पार्वती से
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें एवं किसी भी प्रकार के सुझाव के लिए कमेंट करें।
Singer - Traditional