जब बजरंगबली ने सूर्य को निगल लिया (Jab Bajrang Bali Ne Surya Ko Nigal Liya) - The Lekh
GaanaGao2 year ago 462जब बजरंगबली ने सूर्य को निगल लिया
बाल्यावस्था में एक बार माता अंजनि बजरंगबली को सुलाकर अन्य कामों में व्यस्त हो गई। कुछ देर बाद जब बाल हनुमान की आँख खुली तब उन्हें प्रचंड भूख की अनुभूति हुई।
तभी उन्होंने आकाशमण्डल में सूर्य को देखा और उसे कोई बड़ा सा लाल फल जानकर उसे खाने की अभिलाषा लेकर बड़े वेग से आकाश की ओर उछले।
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कुछ ही देर में वे सूर्यमण्डल में पहुँच गए और सूर्य को निगलने बढ़े तभी ठीक उसी समय सूर्य ग्रहण का भी समय हो रहा था और सूर्य को ग्रसने के लिए राहु भी समीप आ रहा था।
राहु को मुँह खोले सूर्य की और बढ़ते देखकर बाल हनुमान ने सोचा कि ये मेरा फल छीनना चाहता है तो उन्होंने राहु को वहाँ से भगा दिया।
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भयभीत राहु इंद्र के दरबार में पहुँचे और उनसे विनती की कि हे प्रभु, संसार के नियम के अनुसार मैं ग्रहण काल में सूर्य को ग्रसित करने जा रहा था पर मेरा मार्ग एक शक्तिशाली वानर बालक ने रोक दिया कृपया आप उसे दंड दें।
ये सुनकर इंद्र कुपित हो गए और तुरंत सूर्यलोक पहुँचे, वहां उन्होंने बिना सोचे समझे बालक हनुमान को लक्ष्य करके वज्र का भीषण प्रहार कर दिया।
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वज्र के प्रहार से बाल हनुमान मूर्छित होकर पृथ्वी पर आ गिरे और उनकी ठुड्डी टेढ़ी हो गई।
जब पवन देवता को इस बात की जानकारी हुई तो वे बहुत क्रोधित हुए क्योंकि पवनदेव के आशीर्वाद से ही महावीर हनुमान का जन्म हुआ था। उन्होंने अपनी शक्ति से पुरे संसार में वायु के प्रवाह को रोक दिया ।
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जिससे संसार में जीवन के अंत का खतरा उत्पन्न हो गया। तब सभी देवी देवता पवनदेव को मनाने पहुँचे।
उन्होंने पवनदेव की प्रसन्नता के लिए बाल हनुमान को पहले जैसा कर दिया और साथ ही बहुत सारे वरदान भी दिए जिससे बालक हनुमान और भी ज्यादा शक्तिशाली हो गए। पर इन सबमें वज्र के चोट से उनकी ठुड्ढी टेढ़ी हो गई जिसके कारण उनका एक नाम हनुमान पड़ा।
When Bajrangbali swallowed the sun
Once in childhood, mother Anjani got busy in other works by putting Bajrangbali to sleep. After some time, when Bal Hanuman's eyes opened, he felt very hungry.
Then he saw the sun in the sky and knowing it to be a big red fruit, with the desire to eat it, he jumped towards the sky with great speed.
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In no time they reached the solar system and began to swallow the Sun, then at the same time it was also the time of the solar eclipse and Rahu was also coming near to consume the Sun.
When Rahu opened his mouth, seeing the rising sun, Bal Hanuman thought that he wanted to snatch my fruit, so he chased Rahu away from there.
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Frightened Rahu reached Indra's court and requested him that O Lord, according to the law of the world, I was going to consume the Sun during the eclipse, but my way was blocked by a mighty monkey child, please punish him.
Hearing this, Indra became enraged and immediately reached Suryalok, where without thinking, he targeted the child Hanuman and struck a fierce thunderbolt.
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Child Hanuman fainted and fell on the earth due to the strike of Vajra and his chin became crooked.
When the wind god came to know about this, he became very angry because Mahaveer Hanuman was born only with the blessings of wind god. He stopped the flow of air all over the world with his power.
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Due to which the danger of the end of life in the world arose. Then all the gods and goddesses reached to persuade Pawandev.
He made child Hanuman as before for the pleasure of Pawandev and also gave many boons which made child Hanuman even more powerful. But in all this, due to the injury of Vajra, his chin became crooked, due to which he got a name Hanuman.
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Singer - The Lekh