जगत के कण-कण में भगवान - Devendra Pathak Ji


जगत के कण-कण में भगवान-4! वर्णन करते कभी ना थकते-2,  किसका वेद पुराण! जगत के कण-कण में भगवन-4!

हमारी आस्था और विश्वास हमारा ठाकुर जी के प्रति इस तरह से होना चाहिए कि जैसे कि श्रीराम चरित्र मानस में भगवान मर्यादा को पुरुषोत्तम  जी  ने  माता शबरी को नवधा भक्ति का उपदेश दिया है तो बताया है मेरे मंत्रों का जाप भी करो तो मंत्र जाप दृढ़ मम् विश्वासा पंचम भगत सो वेद प्रकाशा यानी दृड़ रूप से विश्वास के रूप से मेरा मंत्रों का जाप करो यह पांचवीं भक्ति है! 

विष्णु जी बसते मन में, बसे श्री लक्ष्मी जी धन में!  राम जी सब केतन में जानकि प्रभु कीर्तन में-2! विष्णु जी बसते मन में, बसे श्री लक्ष्मी जी धन में!  राम जी सब केतन में जानकि प्रभु कीर्तन में-2! जन जन के प्राणों में बसते-2, पवन पुत्र हनुमान! जगत के कण-कण में भगवान-4!

जब भी हम सभी वंशी की धुन सुनें बंसी की तान को सुनें तो श्री बांके बिहारी का दर्शन करें नित्य करे तो राधा रानी का दर्शन करें ऐसा श्रद्धा ऐसा भाव होना चाहिए मन में क्योंकि इस कलयुग में मुक्ति का साधन श्री राम कृष्ण का नाम है!

कृष्ण बंसी की धुन में राधिका नाचे उन मै! हिमालय पर शिव बसते पार्वती गंग जमुन में-2! कृष्ण बंसी की धुन में राधिका नाचे उन मै! हिमालय पर शिव बसते पार्वती गंग जमुन में-2! श्री गणेश जी बुद्धि बांटते, श्री गजानन बुद्धि बांटते, मां तू शारदा ज्ञान! जगत के कण-कण में भगवान-4!

अपने सारे कार्यों को ठाकुर जी के ऊपर छोड़ दे अपनी पूरी जिंदगी की डोर ठाकुर जी को समर्पण करें अपना यह तन इस संसार में दुनिया को दे दे पर अपना मन श्री हरि के चरणों में लगाएं यह तीन कारण किसी भी प्रकार से अपने मन को ठाकुर जी के चरणों में लगाये !

भाग्य में बसे विधाता, सृष्टि के है निर्माता! जगत के संचालन में प्रमुख मां दुर्गा माता-2! भाग्य में बसे विधाता, सृष्टि के है निर्माता! जगत के संचालन में प्रमुख मां दुर्गा माता-2! अनुज और देवेंद्र पे प्रभु का-2, कोटि-कोटि एहसान! जगत के कण-कण में भगवान-4!

वर्णन करते कभी ना थकते-2,  किसका वेद पुराण! जगत के कण-कण में भगवन-4!
 

Singer - Devendra Pathak Ji