कब तक रहेगा रूठा बाबा - Keshav Sharma


कब तक रहेगा रूठा बाबा कब तू बोलेगा 
मंदिर के पट सांवरिया तू कब खोलेगा 

तेरे होते हमे फिकर क्या 
बीमारी महामारी से 
द्वापर से कलयुग तक कापे
तीन बाण के धारी से 
मन में है विशवास हमारे 
वो विशवास न डोलेगा 

हर फागुन में आते है हम 
होली यहाँ खेलने को 
तेरी कृपा की बरसाते
बाबा यहाँ देखने को 
जैसे पहले खेला संग में 
वैसे अब कब खेलेगा 

तुझे पता है सब कुछ बाबा 
तू सब कुछ ही जानता है 
अपने भक्तो की जिद को 
बाबा तू पहचानता है 
हम भक्तो के मन की भावना 
बाबा कब तक तोलेगा
 

Singer - Keshav Sharma