मैं नन्दलाल ना भुलाउंगी - चित्र विचित्र जी महाराज


मैं नन्दलाल ना भुलाउंगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मारो या छोड़ो राणा,
मारो या छोड़ो,
श्याम का नाम ना भुलाउँगी,
राणा मारो या छोड़ो।।

पहला प्याला जहर का जो आया,
पहला प्याला जहर का जो आया,
अमृत समझ मैंने कंठ लगाया,
अमृत समझ मैंने कंठ लगाया,
कैसे यूँ ही मर जाउंगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मैं नन्दलाल ना भुलाउँगी,
राणा मारो या छोड़ो।।

दूजा पिटारा जो नागो का आया,
दूजा पिटारा जो नागो का आया,
शालिग्राम जी का दर्शन पाया,
शालिग्राम जी का दर्शन पाया,
ऐसी झांकी कहाँ पाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मैं नन्दलाल ना भुलाउँगी,
राणा मारो या छोड़ो।।

तीजी जो शूलों की सेज बिछाई,
तीजी जो शूलों की सेज बिछाई,
फूलों की खुशबु मेरे मन को भाई,
फूलों की खुशबु मेरे मन को भाई,
फिर क्यों ना सेज सो जाउंगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मैं नन्दलाल ना भुलाउँगी,
राणा मारो या छोड़ो।।

चौथे चिता में जो मुझको बिठाया,
चौथे चिता में जो मुझको बिठाया,
गिरधर ने मुझको अमर बनाया,
गिरधर ने मुझको अमर बनाया,
ऐसी गोदी का सुख पाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मैं नन्दलाल ना भुलाउँगी,
राणा मारो या छोड़ो।।

मैं नन्दलाल ना भुलाउंगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मारो या छोड़ो राणा,
मारो या छोड़ो,
श्याम का नाम ना भुलाउँगी,
राणा मारो या छोड़ो।।

Singer - चित्र विचित्र जी महाराज