मेरी मैया - अविनाश कर्ण


जिसने भी माँ की भक्ति,
दिल में जगा ली है,
वो भक्तो का कल्याण करे,
मेरी मैया जी शेरोवाली है,
वो भक्तो का कल्याण करे,
मेरी मैया जी शेरोवाली है।।

तर्ज – जिसे देख मेरा दिल धड़का।

चमके जो लाखो भानु शशि,
मैया का मुखड़ा ऐसा लगे,
जिसने भवानी के दर्शन किए,
सोया नसीबा उसका जगे,
जो भव बंधन को काटे,
वो ज्योतावाली है,
वो भक्तो का कल्याण करे,
मेरी मैया जी शेरोवाली है।।

हाथो में पूजा की थाली लिए,
दर पे सुहागन तेरे खड़ी,
माँ की कृपा जिस पे भी रहे,
मिलती उसी को ये शुभ घड़ी,
विनती अपने भक्तो की,
नहीं माँ ने टाली है,
वो भक्तो का कल्याण करे,
मेरी मैया जी शेरोवाली है।।

तू मेरी मैया में बेटा तेरा,
जन्मो जनम ये नाता रहे,
‘अविनाश’ तेरी वाणी मधुर,
सुर ताल में तू गाता रहे,
तेरी ही दया से ‘बिसरिया’,
अब कलाम उठा ली है,
वो भक्तो का कल्याण करे,
मेरी मैया जी शेरोवाली है।।

जिसने भी माँ की भक्ति,
दिल में जगा ली है,
वो भक्तो का कल्याण करे,
मेरी मैया जी शेरोवाली है,
वो भक्तो का कल्याण करे,
मेरी मैया जी शेरोवाली है।।

Singer - अविनाश कर्ण