ॐ नमः शिवाय - Devendra Pandit


कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
    आ आ आ आ आ आआआआ

M:-    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
    तू देवो का देव जगत में महादेव कहलाये 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
M:-    शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
    आ आ आ आ आ आआआआ

M:-    नाम रूप आकार भी तू है निर्गुण और निराकार भी तू है 
    तू है अजर अमर अविनाशी सृष्टि का आधार ही तू है 
    परम सत्य है तू जीवन का सबको रहा लुभाय 
    

    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 

M:-    तू सृष्टि में श्रिष्टी तुझमे भेद ना कोई ज्ञानन हारा
    शिव में शक्ति शक्ति में शिव है अर्घनारेश्वर रूप तुम्हारा 
    एक दूजे में ऐसे समाये भेद सभी मिट जाए 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
M:-     शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 

M:-    तू है समय की बहती धारा ना कोई रंग ना रूप तुम्हारा 
    निर्भय तूने बांध रखा है सारा जीवन प्राण हमारा 
    तेरा आदि अंत नहीं तू महाकाल कहलाये 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 

M:-    सृष्टि के नित परिवर्तन में तेरा ही है नर्तन सारा 
    उतपत्ति स्थिति और प्रलय का तू ही है बस एक सहारा 
    तू ही सबका परमेश्वर है सबमे रहा समाय 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
    आ आ आ आ आ आआआआ

M:-    नाद ब्रम्ह के शंखनाद से सृष्टि सृजन की बहती धारा 
    शब्द स्पर्श रस रूप गंध से पंच तत्व से होये पसारा 
    खेल है ये सब तेरी माया का कोई समझ ना पाए 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 

M:-    सहस्त्र कमल की जटा से निर्झर बहे ज्ञान की निर्मल धारा 
    सबके त्रिविध ताप मिटाये हाथो में वो त्रिशूल प्यारा 
    कट जाये सारे भव बंधन जीवन मुक्ति पाए 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 

M:-    अर्ध चन्द्रमा शीश विराजे जैसे हो मन का अँधियारा 
    निशदिन जुआकार बने तो पुराण हो मन का उजियारा 
    जीवन का बस लक्ष्य यही है पूर्ण ब्रम्ह हो जाए 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 

M:-    ऋषिधर का बस अर्थ यही है मृत्यु अंतिम सत्य हमारा 
    अंग अंग में भस्म रमी है जीवन का वो सार है सारा 
    जीवन शिव को जान ले बंदे तुझमे रहा समाय 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
    आ आ आ आ आ आआआआ

M:-    डमरू के ताल सुरो में गूंज रहा ब्रम्हांड ये सारा 
    निद्रा के दहन अंधकार से जाग उठा मन प्राण हमारा 
    तेरी चेतना के डमरू से सबको रहा नचाय 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 

M:-    माया का अज्ञान जगत है पशुरूप वाहन है तेरा 
    भरम और काम मोक्ष पर मोह माया ने डाला डेरा 
    आत्मज्ञान की ज्योत जले तो भव सागर तर जाए 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 

M:-    दिव्य दृष्टि की दीप शिखा पे मिट जाए मन का अँधियारा 
    काम क्रोध मद लोभ जले सब माया का ये साकार पसारा 
    जान लिया है जिसने तुझको जनम सफल हो जाए 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 

M:-    जन्म मरण के काल तू पल भर में तू नेकी जाना 
    जीवन के सागर मंथन से प्रकट हुआ अमृत का प्याला 
    ज्ञान का अमृत पाया जिसने अजर अमर हो जाए 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 

M:-    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
    तू देवो का देव जगत में महादेव कहलाये 
    ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
M:-    शिवाय 
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
M:-    शिवाय
कोरस :-     ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय 
 

Singer - Devendra Pandit