रामचंद्र कह गये सिया से (Ramchandra Keh Gaye Siya Se) - Mahendra Kapoor


रामचंद्र कह गये सिया से हिंदी में (Ramchandra Keh Gaye Siya Se in hindi)

रामचंद्र कह गये सिया से,
हे रामचंद्र कह गये सिया से,
ऐसा कलजुग आएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका,
हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा ॥

सिया ने पुछा –
कलजुग मे धरम करम को कोई नही मानेगा
तो प्रभु बोले –
धरम भी होगा, करम भी होगा
धरम भी होगा, करम भी होगा लेकिन शरम नही होगी
बात बात पे मात पिता को, बात बात पे मात पिता को,
बेटा आँख दिखाएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा ॥

अति सुन्दर राम भजन: ओ माइयाँ तैने क्या ठानी मन में

राजा और प्रजा दोनो मे
होगी निसदिन खेचातानी, खेचातानी
कदम कदम पर करेगे दोनो, अपनी अपनी माना मानी
जिसके हाथ मे होगी लाठी, जिसके हाथ मे होगी लाठी
भैस वही ले जाएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा ॥

सुनो सिया कलजुग मे काला धन और,
काले मन होगे, काले मन होगे,
चोर उचक्के नगर सेठ और प्रभु भक्त,
निर्धन होगे, निर्धन होगे,
जो होगा लोभी और भोगी,
जो होगा लोभी और भोगी वो जोगी कहलाएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा ॥

इस भजन से मिलती है मन को शांति: दुनिया चले न श्री राम के बिना

मंदिर सुना सुना होगा भरी रहेगी मधुशाला,
हाँ मधुशाला
पीता के संग संग भरी सभा मे नाचेगी,
घर की बाला, घर की बाला
कैसा कन्यादान पिता ही,
कैसा कन्यादान पिता ही, कन्या का धन खाएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा ॥

रामचंद्र कह गये सिया से
हे रामचंद्र कह गये सिया से ऐसा कलजुग आएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा ॥

राकेश काला जी का सबसे सुंदर भजन: जिस भजन में राम का नाम ना हो

मूरखकी प्रीत बुरी जुए की जीत बुरी
बुरे संग बैठ बैठ भागे ही भागे
काजलकी कोठरी मे कैसे ही जतन करो
काजल का दाग भाई लागे ही लागे
कितना जती हो कोई कितना सती हो कोई
कामनी के संग काम जागे ही जागे
सुनो कहे गोपीराम जिसका है रामधाम
उसका तो फन्द गले लगे ही लगे
उसका तो फन्द गले लगे ही लगे ॥

 

रामचंद्र कह गये सिया से अंग्रेजी में (Ramchandra Keh Gaye Siya Se in english)

Ramchandra Kah Gaye Siya Se,
Hey Ramchandra Kah Gaye Siya Se,
Aisa Kalyug Aayega,
Hans Chugega Dana Dunka,
Hans Chugega Dana Dunka,
Kauwa Moti Khayega ॥

Siya Ne Puchha –
Kalyug Me Dharam Karam Ko Koi Nahi Manega
To Prabhu Bole –
Dharam Bhi Hoga, Karam Bhi Hoga
Dharam Bhi Hoga, Karam Bhi Hoga Lekin Sharam Nahi Hogi
Baat Baat Pe Maat Pita Ko, Baat Baat Pe Maat Pita Ko,
Beta Aankh Dikhayega,
Hans Chugega Dana Dunka, Hans Chugega Dana Dunka,
Kauwa Moti Khayega ॥

Beautiful Ram Bhajan: O Maiyya Tene Kya Thaani Mann Mein

Raja Aur Praja Dono Me
Hogi Nisadin Khechataani Khechatani
Kadam Kadam Par Karege Dono, Apni Apni Mana Mani
Jiske Hath Me Hogi Lathi, Jiske Hath Me Hogi Lathi
Bhais Wahi Le Jayega,
Hans Chugega Dana Dunka, Hans Chugega Dana Dunka,
Kauwa Moti Khayega ॥

Suno Siya Kalyug Me Kala Dhan Aur,
Kale Man Hoge, Kale Man Hoge,
Chor Uchkke Nagar Seth Aur Prabhu Bhakt,
Nirdhan Hoge, Nirdhan Hoge,
Jo Hoga Lobhi Aur Bhogi,
Jo Hoga Lobhi Aur Bhogi Vo Jogi Kahalayega,
Hans Chugega Daana Dunka, Hans Chugega Dana Dunka,
Kauwa Moti Khayega ॥

This hymn gives peace to the mind: Duniya Chale Na Shri Ram Ke Bina

Mandir Suna Suna Hoga Bhari Rahegi Madhushala,
Haan Madhushala
Peeta Ke Sang Sang Bhari Sabha Me Nachegi,
Ghar Ki Bala, Ghar Ki Bala
Kaisa Kanyadan Pita Hi,
Kaisa Kanyadan Pita Hi, Kanya Ka Dhan Khayega,
Hans Chugega Dana Dunka, Hans Chugega Dana Dunka,
Kauwa Moti Khayega ॥

Ramchandra Kah Gaye Siya Se
Hey Ramchandra Kah Gaye Siya Se Aisa Kalyug Aayega,
Hans Chugega Dana Dunka, Hans Chugega Dana Dunka,
Kauwa Moti Khayega ॥

Most beautiful bhajan of Rakesh Kala ji: Jis Bhajan Mein Ram Ka Naam Na Ho

Moorakhki Preet Buri Jue Ki Jeet Buri
Bure Sang Baith Baith Bhaage Hi Bhaage
Kaajalki Kothri Me Kaise Hi Jatan Karo
Kaajal Ka Daag Bhai Lage Hi Lage
Kitna Jati Ho Koi Kitna Sati Ho Koi
Kaamni Ke Sang Kaam Jaage Hi Jaage
Suno Kahe Gopiram Jiska Hai Ramdham
Uska to Phand Gale Lage Hi Lage
Uska to Phand Gale Lage Hi Lage ॥

और भी मनमोहक भजन, आरती, मंत्र, वंदना, चालीसा, स्तुति :-

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें एवं किसी भी प्रकार के सुझाव के लिए कमेंट करें।

Singer - Mahendra Kapoor