रोग नाशक मंत्र - प्रेम प्रकाश दुबे


रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान् ।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति।। 

108 जाप

 

 

Singer - प्रेम प्रकाश दुबे