स्थाई :- सँवारे सेठ का प्यार पाकर मुझे,
ना तमन्ना रही अब किसी प्यार की
इसके द्वारे पे सब कुछ मिना है मुझे
ना तमन्ना रही अब किसी प्यार की
अंतरा :- जग में दर दर भटकता था गुम नाम सा
मुझको पहचान दी सँवारे सेठ ने
दुःख का रहता था सागा आगे बाहर
मुझको मुस्कान दी सँवारे सेठ ने
तोड़:- जब मेरे साथ है वो खाटू नरेश क्यों तमन्ना करू
किसी दिलदार सांवरे सेठ का प्यार पाकर मुझे
ना तमन्ना रही अब किसी की
अंतरा:- जबसे राहों से कांटे
चुने श्याम ने मेरे जीवन की गुलशन महकने लगी
मुस्किले जीतनी थी सब दफा हो गयी
मेरा बिगड़ा मुकदर सवरने लगा
तोडा:- जबसे दीदार मुझको मिला श्याम का
ना तमन्ना रही किसी दीदार की
सँवारे सेठ का प्यार पाकर मुझे ना
तमन्ना रही किसी दीदार की
अंतरा :- है अनाडी के दिल की तमन्ना यही
श्याम बाबा का द्वारा ना छूटे कई
रूठे अविनाश से सारी दुनिया मगर
श्याम बाबा ना तू मुझसे रूठे कभी
तोड़ :- मुझपे रेहमत है जब खाटू सरकार की
क्या तमन्ना रही किसी सरकार की
सँवारे सेठ का प्यार पाकर मुझे
Singer - Avinash karn