शिव भोले तुम्हारे चरणों में,
ये शीश मेरा स्वीकार करो,
हे शिव जी तुम्हे ये अर्पित है,
तुम शरणागत उद्धार करो,
शिव भोले तुम्हारे चरणो में,
ये शीश मेरा स्वीकार करो।।
तर्ज – श्यामा आन बसों वृन्दावन में।
जो शिव शंकर का ध्यान करे,
जीवन उसका उद्धार करे,
ये जग जिसका भी भजन करे,
ये जग जिसका भी भजन करे,
मेरा शीश उसी को नमन करे,
शिव भोले तुम्हारे चरणो में,
ये शीश मेरा स्वीकार करो।।
सारी दुनिया के तुम दाता,
और स्वर्ग नरक के तुम ज्ञाता,
तुम गलती मेरी माफ़ करो,
तुम गलती मेरी माफ़ करो,
तुम शाम सुबह मुझे याद रहो,
शिव भोले तुम्हारे चरणो में,
ये शीश मेरा स्वीकार करो।।
इस जग के हो विश्वास तुम्ही,
और तुम बिन किसी का पार नहीं,
तुम शक्ति ऐसी अपार दो,
तुम शक्ति ऐसी अपार दो,
जिसका ना जग में जवाब हो,
शिव भोले तुम्हारे चरणो में,
ये शीश मेरा स्वीकार करो।।
शिव तो कैलाश के वासी है,
और दुनिया तुम्हारी दासी है,
तुम शरण में सबको बुलाकर के,
तुम शरण में सबको बुलाकर के,
दुःख संकट सारे मिटाते हो,
शिव भोले तुम्हारे चरणो में,
ये शीश मेरा स्वीकार करो।।
ओम्कारेश्वर में विराजे हो,
भक्तों को शरण बुलाते हो,
सब धाम तुम्हारे आकर के,
सब धाम तुम्हारे आकर के,
जयकारे तुम्हारे लगाते है,
शिव भोले तुम्हारे चरणो में,
ये शीश मेरा स्वीकार करो।।
शिव भोले तुम्हारे चरणों में,
ये शीश मेरा स्वीकार करो,
हे शिव जी तुम्हे ये अर्पित है,
तुम शरणागत उद्धार करो,
शिव भोले तुम्हारे चरणो में,
ये शीश मेरा स्वीकार करो।।
Singer - संजय चौहान