श्याम तुम्हारे नाम से,
बन जाते सब काम,
हमने ये जान लिया है,
जानेगा सारा जहान।।
तर्ज – क्या करते थे साजना।
मैंने सुना था दर पे तुम्हारे,
जीतती खुशियाँ गम सारे हारे,
सुनके जो आया दर पे तुम्हारे,
पहली ही बारी हुए वारे न्यारे,
जब भी मैं पड़ा यूँ था खड़ा,
सहारा मुझे श्याम तेरा बड़ा,
फिर ना हारा कभी श्याम बाबा,
थामी जो तूने कमान,
जानेगा सारा जहान।
श्याम तुम्हारें नाम से,
बन जाते सब काम,
हमने ये जान लिया है,
जानेगा सारा जहान।।
चौखट तुम्हारी पावन है कितनी,
मुझ पापी की दुनिया बदली,
बीते पलों की याद जो आई,
इक पल में ये अंखिया छलकी,
जो तुझसे मिला मिलता कहाँ,
जीने ना देगा ये जालिम जहा,
मुझे मिलता ना कोई मुकाम,
तू जो ना होता मेरे श्याम,
जानेगा सारा जहान।
श्याम तुम्हारें नाम से,
बन जाते सब काम,
हमने ये जान लिया है,
जानेगा सारा जहान।।
है इतनी सी चाहत तुझसे ओ बाबा,
हारे को फिर ना कहे कोई हारा,
मुझको शरण ले तुमने जो तारा,
हर दुखिये को मिले तेरा द्वारा,
जिसपे हो तेरी नजर सांवरा,
प्रेमी वो तेरा हुआ बावरा,
फिर वो भुला जगत को तमाम,
प्रेमी बना वो तेरा श्याम,
जानेगा सारा जहान।
श्याम तुम्हारें नाम से,
बन जाते सब काम,
हमने ये जान लिया है,
जानेगा सारा जहान।।
श्याम तुम्हारे नाम से,
बन जाते सब काम,
हमने ये जान लिया है,
जानेगा सारा जहान।।
Singer - संजय मित्तल जी।