F:- राम किसी को मारे नहीं ना हत्यारा राम
अपने आप मर जा रे सी भाई कर कर खोटा काम
F:- राम नाम का सुमिरण कर ले,राम नाम का सुमिरण कर ले
फेर प्रेम की माळा रे भाई फेर प्रेम की माळा रे
उसका दुश्मन क्या कर सकता, जिसका राम रखवाला है -२
F:- हिरणाकुश प्रह्लाद भगत का,हिरणाकुश प्रह्लाद भगत का
जानी दुश्मन बन के रे भाई,जानी दुश्मन बन के रे
जल्लादों को हुकम दे दिया, फाँसी दो दुश्मन को रे-2
बाँध पोट परबत से पटक्या, चोट लगी ना तन के रे चोट लगी ना तन के रे
गोदी में ले बैठी होळिका, बैठी बीच अगन में रे-2
खम्ब फाड़ प्रह्लाद बचाया, मर गया मारण वाळा रे भाई मर गया मारण वाळा रे
उसका दुश्मन क्या कर सकता, जिसका राम रूखाळा है -२
F:- ख़ास पिता की गोदी में बैठा ख़ास पिता की गोदी में बैठा
बैठ्या ध्रुव अवतारी रे,भाई बैठ्या ध्रुव अवतारी रे,
हाथ पकड़ कर मुंह से पटक्या, मुख पे थप्पड़ मारी रे-२
उसका ध्यान भजन में लाग्या, उसका ध्यान भजन में लाग्या
आगे की वो सुध धारी,आगे की वो सुध धारी
राम नाम का जाप बताया नारद जी तपधारी रे,-2
लाखों बरस तपस्या करके, लाखों बरस तपस्या करके
किया जगत उजियाला रे,किया जगत उजियाला रे
उसका दुश्मन क्या कर सकता, जिसका राम रूखाळा रे -२
F:- भरी सभा में दुष्ट दुशासन भरी सभा में दुष्ट दुशासन
चल्या खूब के अकड़ के रे भाई चल्या खूब के अकड़ के रे
बुरे हाथ से द्रुपद सुधा को, ल्याया केश पकड़ के रे-२
नग्न करण का मन में सोचा,पकड़ चीर बेधड़क रे,पकड़ चीर बेधड़क रे
खेंचत खेंचत अंत नहीं आया, मर गया पेट पकड़ के रे-२
कुरुक्षेत्र की हुई लड़ाई, भर गया खून का नाला रे भाई भर गया खून का नाला रे
उसका दुश्मन क्या कर सकता, जिसका राम रूखाळा है-२
F:- काम क्रोध माया में फसे जब , जग में ना आराम मिले रे भाई जग में ना आराम मिले
दुविधा में फँस जावे जीव जब, नहीं माया नहीं राम मिले-२
दे विश्वाश दगा कर डाले दे विश्वाश दगा कर डाले
फेर नहीं घनश्याम मिले भाई फेर नहीं घनश्याम मिले
कपट फंद छल धोखे से नहीं स्वर्गपूरी का वास मिले-२
हरिनारायण शर्मा कहता हरिनारायण शर्मा कहता
भगवन् भगत का रुखाला भाई भगवन् भगत का रुखाला
उसका दुश्मन क्या कर सकता, जिसका राम रूखाळा है
Singer - Sanjo Baghel