सचेत और परंपरा शीर्ष 3 गाने (गीत बॉक्स) (Sachet & Parampara Top 3 Songs (Lyricsbox)) - Sachet Tandon, Parampara Tandon


सचेत और परंपरा शीर्ष 3 गाने (गीत बॉक्स) (Sachet & Parampara Top 3 Songs (Lyricsbox))

1. शिव तांडव स्तोत्रम्

2. शिव पंचाक्षर स्तोत्र

3. कालभैरवाष्टकम्

शिव तांडव स्तोत्रम् (Shiv Tandav Stotram)

जटाटवी गलज्वल प्रवाहपावितस्थले

गलेवलम्ब्य लम्बितां भुजंग तुंग मालिकाम्‌।

डमड्ड मड्ड डमड्ड मन्निनाद वड्ड मर्वयं

चकार चंडतांडवं तनोतु नः शिवः शिवम

शिव : नमस्काराथा मंत्र

हर हर शिव शंकर

नीलकंठ गंगाधर

आए शरणम तिहारे

 

ज्ञान ऐसा विशाल

बैठे हो मृगनैन

छाए माथे चंद्र विराजे

 

त न न न न न न

त न न न न न न

त न न न न न न

न न न न न न

 

त न न न न न न

त न न न न न न

त न न न न न न

न न न

 

जटा कटाह संभ्रम भ्रमन्निलिंपनिर्झरी

विलोलवी चिवल्लरी विराजमानमूर्धनि

धगद्धगद्ध गज्ज्वलल्ललाट पट्टपावके

किशोरचंद्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं ममं

 

धराधरेंद्र नंदिनी विलासबंधु बंधुर

स्फुरद्दिगंत संतति प्रमोद मानमानसे

कृपाकटाक्ष धोरणी निरुद्धदुर्धरापदि

क्वचिद्दिगंबरे मनो विनोदमेतु वस्तुनि

 

जटा भुजंग पिंगलस्फुरत्फणा मणिप्रभा

कदंब कुंकुमद्रव प्रलिप्त दिग्वधूमुखे

मदांध सिंधुर स्फुरत्व गुत्तरी यमेदुरे

मनो विनोद मद्भुतं विभर्तु भूतभर्तरि

 

आ हर हर शिव शंकर

कालकंठ डमरूधर

काशी कैलाशवाशी

 

मृत्युंजय भूतनाथ

दानी अवढर हो

दर्शन कल्याण कारी

 

त न न न न न न

त न न न न न न

त न न न न न न

न न न न न न

 

त न न न न न न

त न न न न न न

त न न न न न न

न न न

 

सहस्र लोचन प्रभृत्य शेषलेखशेखर

प्रसून धूलिधोरणी विधूसरांघ्रिपीठभूः

भुजंगराज मालया निबद्धजाटजूटकः

श्रिये चिराय जायतां चकोर बंधुशेखरः

 

ललाट चत्वरज्वलद्धनंजयस्फुरिगभा

निपीतपंचसायकं निमन्निलिंपनायम्‌

सुधा मयुख लेखया विराजमानशेखरं

महा कपालि संपदे शिरोजटाल मस्तू नः

 

कराल भाल पट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वल

द्धनंजया धरीकृत प्रचंडपंचसायके ।

धराधरेंद्र नंदिनी कुचाग्रचित्रपत्रक

प्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने रतिर्मम

 

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

 

नवीन मेघ मंडली निरुद्धदुर्धरस्फुरत्

कुहुनिशीथिनीतमः प्रबंधबंधुकंधरः ।

निलिम्पनिर्झरि धरस्तनोतु कृत्ति सिंधुरः

कलानिधानबंधुरः श्रियं जगद्-धुरंधरः

 

आ हर हर शिव शंकर

तीव्रकंठ प्रलयांकर

विश्वनाथ स्वामी अवतारी

 

भर देते हैं भंडार

प्रभु खुशियों से

आशुतोष शम्भू अविकारी

 

त न न न न न न

त न न न न न न

त न न न न न न

न न न न न न

 

त न न न न न न

त न न न न न न

त न न न न न न

न न न

 

प्रफुल्ल नील पंकज प्रपंचकालिम प्रभा

वलम्बि कंठ कंदलि रुचिप्रबंध कंधरम्‌

स्मरच्छिदं पुरच्छिंद भवच्छिदं मखच्छिदं

गजच्छिदांधकच्छिदं तमंतकच्छिदं भजे

 

अखर्वसर्वमंगला कलाकदंब मंजरी

रसप्रवाह माधुरी विजृंभणा मधुव्रतम्‌

स्मरांतकं पुरांतकं भावंतकं मखांतकं

गजांतकांधकांतकं तमंतकांतकं भजे

 

जयत्वदभ्रविभ्रम भ्रमद् भुजंगमस्फुर

द्धगद्धगद् निर्गमत करालभाल हव्यवाट्

धिमिद्धिमिद्धिमि नन्मृदंगतुंगमंगल

ध्वनिक्रमप्रवर्तित प्रचण्ड ताण्डवः शिवः

 

आ हर हर शिव शंकर

झल्लकंठ तूणीधर

परमेश्वर तारणहारी

 

शरणागत के पापों

का नाश करते हो

नटराजा पालनहारी

 

त न न न न न न

त न न न न न न

त न न न न न न

न न न न न न

 

त न न न न न न

त न न न न न न

त न न न न न न

न न न

 

दृषद्विचित्रतल्पयोर्भुजंग मौक्तिकमस्रजो

गरिष्ठरत्नलोष्टयोः सुहृध्दिविपक्षपक्षयोः

तृणारविंदचक्षुषोः प्रजामहीमहेन्द्रयोः

समं प्रवर्तयन्मनः कदा सदाशिवं भजे

 

कदा निलिंपनिर्झरी निकुजकोटरे वसन्‌

विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरःस्थमंजलिं वहन्‌

विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः

शिवेति मंत्रमुच्चरन्‌कदा सुखी भवाम्यहम्‌

 

इमं हि नित्यमेव मुक्तमुक्तमोत्तम स्तवं

पठन्स्मरन्‌ ब्रुवन्नरो विशुद्धमेति संततम्‌

हरे गुरौ सुभक्तिमाशु याति नान्यथा गतिं

विमोहनं हि देहनां सुशंकरस्य चिंतनम

 

आ हर हर शिव शंकर

मधुकंठ महिमाधर

तीनों लोको के स्वामी

 

मन की हर दशा को

आप जानते ही शिव

शिव दाता सर्वज्ञानी

 

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

हंसराज रघुवंशी का सबसे मनमोहक भजन : पार्वती बोली शंकर से

त न न न न न न

त न न न न न न

त न न न न न न

न न न न न न

 

त न न न न न न

त न न न न न न

त न न न न न न

न न न

शिव पंचाक्षर स्तोत्र (Shiv Panchakshar Stotra)

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय

भस्माङ्गरागाय महेश्वराय

नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय

तस्मै न काराय नमः शिवाय

कालभैरव अष्टकम

हो तेरी गोद में न जाने

कितने युग हैं मेरे बीतें

मुझको तुम मिल जाओ इक दिन

ऐसी आस में हम जीते

तेरी शरण जो आया

सारी दुनिया भुलाया

तेरी भक्ति पाके दुनिया में

नाम कमाया

 

तो बोलो हर हर

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

 

तो बोलो शम्भू

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

 

हो मन्दाकिनी सलिल

चन्दन चर्चिताय

नंदीश्वराय प्रमथनाथ महेश्वराय

मंदारा पुष्प बहु

पुष्प सुपूजितया

तस्मै न काराय नमः शिवाय

 

शिवाय गौरी वादनाब जबृन्दा

सूर्याय दक्ष ध्वरा नाशकाय

श्री नीलकंठाय अमृत वजाय

तस्मै शि काराय नमः शिवाय

 

हो तेरे भक्तों को है तूने

अपने सीनें से लगाया

रातों में सपनों में आके

तुनें दरस दिखाया

तेरे दरपे जो भी आया

संग उसके तेरा साया

जिसनें मांगा जो भी तुझसे

झोली भरकर पाया

 

तो बोलो हर हर

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

 

तो बोलो शम्भू

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

 

हो वशिष्ठ कुम्भो

दवगौतमर्या मुनीन्द्र देवा

चिरता शेखराय

चंद्रका वैश्वा नर लोचनाय

तस्मै वकारया नमः शिवाय

 

रक्षा स्वरूपाया जटाधराय

पिनाका हस्ताय सनातनाय

दिव्याय देवाय दिगम्बराय

तस्मै वकार्याय नमः शिवाय

 

तो बोलो हर हर

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

 

तो बोलो शम्भू

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

हो शिवा शिवा

हे शिवा शिवा

 

हो करते हैं तेरी तपस्या

तू हल करता हर समस्या

तुझे ढूंढूं कहाँ किस गलियों में

खोल दे रहस्या

भवसागर से पार उतारो

सबकी बिगड़ी को संवारो

आये शरण तिहारो

मिलकर शिव का नाम पुकारो

 

पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं

यह पठेच्छिव सन्निधव

शिवलोकमवाप्नोति

शिवेन सह मोदते

जुबिन नौटियाल का मधुर भजन : मेरे भोले नाथ

पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं

यह पठेच्छिव सन्निधव

शिवलोकमवाप्नोति

शिवेन सह मोदते

कालभैरवाष्टकम् (Kaal Bhairav Ashtakam)

देवराज सेव्यमान पावनां घ्रिपङ्कजम्

व्ययज्ञ सूत्र शेख्ंदुरम् कृपाकरम्

नारदादि योगिवृन्दवन्दितम् दिगंबरम्

काशिकापुराधिनाथकालभैरवम् भजे

देवराज सेव्यमान पावनां घ्रिपङ्कजम्

व्ययज्ञ सूत्र शेख्ंदुरम् कृपाकरम्

नारदादि योगिवृन्दवन्दितम् दिगंबरम्

काशिकापुराधिनाथकालभैरवम् भजे

लक्खा जी का सुपरहिट भजन: शिव शंकर डमरू वाले

हो आदि योगी का समूह

जिनकी वंदना करे

उस काशी के नाथ

काल भैरवम को है नमन

 

तीनो लोकों में है तू

तेरा ही नाम मैं जपूं

मेरे काशी परमेश्वर

काल भैरवम भजे

 

काल काल काल काल

काल काल भैरवम

काल काल काल काल

काल काल भैरवम

 

काल भैरवम भजे

काल भैरवम भजे

ॐ नमः नमः नमः

नमः नमः नमः शिवाय

 

भानुकोटिभास्वरम् भवब्धितारकम् परम्

नीलकण्ठमीप्सितार्थदायकम् त्रिलोचनम्

कालकालमंबुजाक्षमक्षशूलमक्षरम्

काशिकापुराधिनाथकालभैरवम् भजे

 

शूलटंकपाशदण्डपाणिमादिकारणम्

श्यामकायमादिदेवमक्षरम् निरामयम्

भीमविक्रमं प्रभुं विचित्रताण्डवप्रियम्

काशिकापुराधिनाथकालभैरवम् भजे

 

भुक्तिमुक्ति दायकम् आवरणचारुविग्रहं

भक्तवत्सलम् स्थितम् समस्तलोकविग्रहम्

विनिक्वणमनोज्ञहेम किंकिणीलसत्कटिम्

काशिकापुराधिनाथकालभैरवम् भजे

 

हो आदि योगी का समूह

जिनकी वंदना करे

उस काशी के नाथ

काल भैरवम को है नमन

 

तीनो लोकों में है तू

तेरा ही नाम मैं जपूं

मेरे काशी परमेश्वर

काल भैरवम भजे

 

काल काल काल काल

काल काल भैरवम

काल काल काल काल

काल काल भैरवम

 

काल भैरवम भजे

काल भैरवम भजे

ॐ नमः नमः नमः

नमः नमः नमः शिवाय

भोले जी का सबसे मनमोहक भजन: सज रहे भोले बाबा

काल भैरवम भजे

काल भैरवम भजे

ओम नम शिवाय

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