श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Jai Janki Natha Aarti) - Anuradha Paudwal
GaanaGao1 year ago 591श्री जानकीनाथ जी की आरती हिंदी में (Shri Jai Janki Natha Aarti in hindi)
ॐ जय जानकीनाथा,
जय श्री रघुनाथा ।
दोउ कर जोरें बिनवौं,
प्रभु! सुनिये बाता ॥
ॐ जय ॥
तुम रघुनाथ हमारे,
प्राण पिता माता ।
तुम ही सज्जन-संगी,
भक्ति मुक्ति दाता ॥
ॐ जय ॥
लख चौरासी काटो,
मेटो यम त्रासा ।
निशदिन प्रभु मोहि रखिये,
अपने ही पासा ॥
ॐ जय ॥
राकेश काला जी का सबसे सुंदर भजन: जिस भजन में राम का नाम ना हो
राम भरत लछिमन,
सँग शत्रुहन भैया ।
जगमग ज्योति विराजै,
शोभा अति लहिया ॥
ॐ जय ॥
हनुमत नाद बजावत,
नेवर झमकाता ।
स्वर्णथाल कर आरती,
करत कौशल्या माता ॥
ॐ जय ॥
सुभग मुकुट सिर, धनु सर,
कर शोभा भारी ।
मनीराम दर्शन करि,
पल-पल बलिहारी ॥
ॐ जय ॥
जय जानकिनाथा,
हो प्रभु जय श्री रघुनाथा ।
हो प्रभु जय सीता माता,
प्रभु जय लक्ष्मण भ्राता ॥
ॐ जय ॥
राज पारीक जी का मनमोहक भजन: मेरे सरकार आये हैं
हो प्रभु जय चारौं भ्राता,
हो प्रभु जय हनुमत दासा ।
दोउ कर जोड़े विनवौं,
प्रभु मेरी सुनो बाता ॥
ॐ जय ॥
श्री जानकीनाथ जी की आरती अंग्रेजी में (Shri Jai Janki Natha Aarti in english)
Om Jai Janakinatha,
Jai Shri Raghunatha.
Dou Kar Joren Binvaun,
Prabhu Suniye Baata.
Tum Raghunath Hamare,
Pran Pita Mata.
Tum Hi Sajjan-sangee,
Bhakti Mukti Data.
Lakh Chaurasi Kato,
Meto Yam Trasa.
Nishadin Prabhu Mohi Rakhiye,
Apane Hi Pasa.
Most beautiful bhajan of Rakesh Kala ji: Jis Bhajan Mein Ram Ka Naam Na Ho
Ram Bharat Lachhiman,
Sang Shatruhan Bhaiya.
Jagamag Jyoti Virajai,
Shobha Ati Lahiya.
Hanumat Naad Bajavat,
Nevar Jhamakata.
Svarnathal Kar Arti,
Karat Kaushalya Mata.
Subhag Mukut Sar, Dhanu Sar,
Kar Shobha Bhari.
Maniram Darshan Kari,
Pal-Pal Balihari.
Jai Janakinatha,
Ho Prabhu Jai Shri Raghunatha.
Ho Prabhu Jai Sita Mata,
Prabhu Jai Lakshman Bhrata.
Beautiful hymn of Raj Pareek ji: Mere Sarkar Aaye Hain
Ho Prabhu Jai Chaaraun Bhrata,
Ho Prabhu Jai Hanumat Dasa.
Dou Kar Jode Vinavaun,
Prabhu Meri Suno Bata.
Singer - Anuradha Paudwal
और भी देखे :-
- लाल लंगोटे वाला
- श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी (Shri Krishna Govind Hare Murari)
- महिमा मंगलवार की
- सुंदर कांड
- आमलकी एकादशी व्रत कथा (Amalaki Ekadashi fast story)
- सत्यनारायण की व्रत कथा - तृतीय अध्याय (Satyanarayan Ki Vrat Katha - Tritya Adhyay)
- उड़ गई रे नींदिया मेरी (Ud Gayi Re Nindiya Meri)
- ओ कान्हा अब तो मुरली की (O Kanha Ab To Murli Ki)
- श्री जगन्नाथ जी की आरती (Shri Jagannath Ji Ki Aarti)
- शिव भोले तुम्हारे चरणों में,
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।